Budhwar Ke Upay : बुधवार की पूजा में करें गणेश जी के इन नामों का जप, सभी विघ्न होंगे दूर
बुधवार का दिन भगवान गणेश की पूजा के लिए विशेष माना जाता है। गणेश जी को विघ्नहर्ता कहा जाता है, जो सभी बाधाओं को दूर करते हैं। बुधवार की पूजा में उनके विशेष नामों और मंत्रों का जप करने से जीवन की सभी समस्याएं दूर होती हैं।
गणेश जी के 12 प्रमुख नाम और उनका महत्व:
- सुमुख: सुंदर मुख वाले
- एकदंत: एक दांत वाले
- कपिल: पीतवर्ण वाले
- गजकर्णक: हाथी के कान वाले
- लंबोदर: बड़े पेट वाले
- विकट: विकराल रूप वाले
- विघ्ननाश: विघ्नों का नाश करने वाले
- धूम्रवर्ण: धुएं के समान वर्ण वाले
- भालचंद्र: मस्तक पर चंद्रमा धारण करने वाले
- विनायक: सभी के नेता
- गणपति: गणों के स्वामी
- गजानन: हाथी के मुख वाले
इन नामों का जप करने से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
बुधवार की पूजा विधि:
- प्रातःकाल स्नान: सूर्योदय से पूर्व स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- गणेश स्थापना: तांबे के पात्र में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करें।
- दूर्वा अर्पण: गणेश जी को दूर्वा (दूब) की 21 गांठें अर्पित करें, क्योंकि यह उन्हें अत्यंत प्रिय है।
- मंत्र जप: उपरोक्त 12 नामों के साथ निम्न मंत्रों का जप करें:
- ॐ गं गणपतये नमः
- ॐ वक्रतुण्डाय हुं
- ॐ एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्
- प्रसाद वितरण: पूजा के उपरांत मोदक या लड्डू का भोग लगाकर प्रसाद वितरण करें।
इस विधि से पूजा करने पर भगवान गणेश की कृपा से सभी विघ्न दूर होते हैं और जीवन में सुख, शांति एवं समृद्धि का वास होता है।