Budhwar Vrat Puja Vidhi : कब शुरू करना चाहिए बुधवार का व्रत? जानें पूजा विधि और इस दैरान क्या खाएं, क्या नहीं
बुधवार व्रत पूजा विधि और नियम:
बुधवार व्रत कब शुरू करें:
बुधवार का व्रत किसी भी शुभ बुधवार से शुरू किया जा सकता है। यह व्रत विशेष रूप से भगवान गणेश को समर्पित होता है। इस व्रत को लगातार 21 या 48 बुधवार तक किया जाता है।
पूजा विधि:
- प्रातः स्नान करें: साफ वस्त्र पहनकर पूजा स्थान को साफ करें।
- गणेश जी की स्थापना करें: गणपति की प्रतिमा या तस्वीर रखें।
- पूजा सामग्री तैयार करें: फूल, धूप, दीपक, फल, दूर्वा, और मोदक (लड्डू)।
- ध्यान करें: भगवान गणेश का ध्यान करते हुए “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का जाप करें।
- आरती करें: गणेश चालीसा का पाठ करें और आरती करें।
- प्रसाद चढ़ाएं: मोदक और फल अर्पित करें।
- व्रत कथा सुनें: बुधवार व्रत की कथा का श्रवण करें।
व्रत के दौरान क्या खाएं:
- फल, मेवा, और दूध का सेवन करें।
- सेंधा नमक का उपयोग करें।
- साबूदाना खिचड़ी या व्रत विशेष पकवान खाएं।
क्या न खाएं:
- लहसुन, प्याज, तली-भुनी चीजें न खाएं।
- अनाज और सामान्य नमक का सेवन न करें।
व्रत का महत्व:
इस व्रत को करने से बुद्धि, व्यवसाय, और स्वास्थ्य में लाभ मिलता है। साथ ही भगवान गणेश की कृपा से हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है।