सांप को कच्चा चबा जाता है ये जानवर, पड़ोसी मुल्क ने इसे बनाया राष्ट्रीय पशु, जानिए उसकी दिलचस्प कहानी
मार्खोर बकरी एक अद्भुत और शानदार प्रजाति है, जो न केवल अपनी विचित्रता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि अपने अद्वितीय आहार और रहन-सहन के लिए भी जानी जाती है। यह बकरी, जो मुख्य रूप से पाकिस्तान और अफगानिस्तान में पाई जाती है, सांपों को कच्चा चबा लेने के लिए भी जानी जाती है। इसके अलावा, पाकिस्तान ने इसे अपना राष्ट्रीय पशु भी घोषित किया है।
मार्खोर बकरी की दिलचस्प कहानी:
- सांपों का शिकार: मार्खोर बकरी को विशेष रूप से सांपों का शिकार करने के लिए जाना जाता है। यह जानवर अपने तेज और शक्तिशाली सींगों का उपयोग करके सांपों को पकड़ता है और कच्चा खा जाता है। इसकी यह आदत इसे अन्य जानवरों से अलग करती है।
- आवास: मार्खोर बकरी मुख्य रूप से पहाड़ी और ऊँची जगहों पर रहती है। यह बकरी बड़े-बड़े पहाड़ों और घाटियों में आसानी से समा जाती है।
- पाकिस्तान का राष्ट्रीय पशु: पाकिस्तान ने मार्खोर बकरी को अपना राष्ट्रीय पशु घोषित किया है, क्योंकि यह देश के पशु संग्रहालय और प्राकृतिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
- सुरक्षा की स्थिति: इस बकरी की प्रजाति अब संकटग्रस्त है, क्योंकि इसकी अवैध शिकार और आवासीय नुकसान के कारण संख्या घट रही है। पाकिस्तान सरकार ने इसे बचाने के लिए कई प्रयास किए हैं और संरक्षण परियोजनाओं को लागू किया है।
- विशेषताएँ: मार्खोर बकरी के पास लंबी और घुमावदार सींग होती हैं, जो इसके पहचानने का एक प्रमुख तरीका हैं। यह बकरी बेहद मजबूत और चुस्त होती है, और अत्यधिक ऊंचाई पर रहकर आसानी से अपने शिकार को पकड़ सकती है।
क्यों है यह बकरी इतनी महत्वपूर्ण?
- पारिस्थितिकी तंत्र: मार्खोर बकरी का पारिस्थितिकी तंत्र में महत्वपूर्ण योगदान है। यह घास और पौधों को चरने में मदद करती है, जिससे पौधों की वृद्धि पर सकारात्मक असर पड़ता है।
- संस्कृति और प्रतीक: पाकिस्तान में, इसे ताकत और साहस का प्रतीक माना जाता है। इस बकरी की छवि कई सांस्कृतिक और धार्मिक संदर्भों में भी उपयोग की जाती है।
मार्खोर बकरी केवल एक अद्भुत जानवर नहीं है, बल्कि यह बायोडायवर्सिटी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है और इसके संरक्षण के प्रयासों को बढ़ावा दिया जा रहा है।