राज्यवर्धन सिंह राठौर की दिलचस्प कहानी:
राज्यवर्धन सिंह राठौर भारतीय सेना के कर्नल और ओलंपिक मेडलिस्ट शूटर रहे हैं। उन्होंने 2004 के एथेंस ओलंपिक में शूटिंग (डबल ट्रैप इवेंट) में रजत पदक जीतकर इतिहास रच दिया था। खेल के क्षेत्र में उनके योगदान और प्रेरक जीवन ने उन्हें भारत के सबसे सम्मानित खिलाड़ियों में शामिल किया। बाद में वे राजनीति में आए और देश के खेल मंत्री के रूप में भी कार्य किया।
प्रमुख उपलब्धियां:
- आर्मी बैकग्राउंड: भारतीय सेना में कर्नल के पद तक पहुंचे।
- ओलंपिक मेडल: 2004 एथेंस ओलंपिक में रजत पदक।
- एशियाई खेल: स्वर्ण और रजत पदक विजेता।
- राजनीति: भारतीय जनता पार्टी (BJP) से सांसद और केंद्रीय खेल मंत्री।
- सम्मान: पद्मश्री और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित।
राजनीतिक जीवन:
खेल मंत्रालय के दौरान उन्होंने खेलो इंडिया जैसे कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया और भारतीय युवाओं को खेल में अवसर प्रदान करने पर विशेष ध्यान दिया।
प्रेरणा:
उनकी कहानी इस बात का सबूत है कि सेना की जंग से लेकर खेलों के मैदान तक और फिर राजनीति में कैसे सफलता हासिल की जा सकती है।
राज्यवर्धन सिंह राठौर का जीवन प्रेरणा से भरा हुआ है। उनके जीवन के प्रमुख पहलुओं पर विस्तार से जानते हैं:
शुरुआती जीवन:
राज्यवर्धन सिंह राठौर का जन्म 29 जनवरी 1970 को जैसलमेर, राजस्थान में एक राजपूत परिवार में हुआ था। उनके पिता कर्नल लक्ष्मण सिंह राठौर भी सेना में थे।
शिक्षा और सेना में करियर:
उन्होंने नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) और भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) से प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके बाद वे भारतीय सेना में शामिल हुए और कर्नल के पद तक पहुंचे।
खेल करियर:
- ओलंपिक सफलता: 2004 एथेंस ओलंपिक में डबल ट्रैप शूटिंग इवेंट में रजत पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया।
- कॉमनवेल्थ गेम्स: 2002 और 2006 में स्वर्ण पदक जीता।
- एशियाई खेल: 2006 में कांस्य पदक जीता।
- राष्ट्रीय राइफल संघ: भारतीय शूटिंग में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
सम्मान और पुरस्कार:
- पद्मश्री (2005)
- अर्जुन पुरस्कार (2003)
- राजीव गांधी खेल रत्न (2004)
राजनीतिक सफर:
- 2014 में भारतीय जनता पार्टी से सांसद बने।
- केंद्रीय खेल मंत्री के रूप में ‘खेलो इंडिया’ योजना की शुरुआत की।
- युवाओं को खेल के क्षेत्र में प्रोत्साहन देने के लिए कई नीतियां लागू कीं।
व्यक्तिगत जीवन:
उनकी पत्नी गायत्री राठौर भी सेना से जुड़ी रही हैं। उनके दो बच्चे हैं।
प्रेरणा स्रोत:
राज्यवर्धन सिंह राठौर ने साबित किया कि अनुशासन, समर्पण और साहस के साथ हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त की जा सकती है, चाहे वह सेना हो, खेल या राजनीति।