Riya Sen Birthday : शाही परिवार से ताल्लुक रखती हैं रिया सेन, जानें कितनी पढ़ी लिखी हैं ‘स्टाइल’ फेम अभिनेत्री
रिया सेन बॉलीवुड की एक ऐसी अभिनेत्री हैं, जो न सिर्फ अपनी खूबसूरती बल्कि अपने शाही और फिल्मी परिवार से भी चर्चाओं में रही हैं। उनकी फिल्म ‘स्टाइल’ ने उन्हें युवाओं के बीच काफी पॉपुलर बनाया, लेकिन उनका शाही बैकग्राउंड और उनकी शिक्षा भी लोगों के लिए जानने का विषय है। आइए जानते हैं उनके बारे में खास बातें।
शाही परिवार से ताल्लुक
रिया सेन का जन्म 24 जनवरी 1981 को कोलकाता में हुआ। वह बंगाल के प्रतिष्ठित सेन परिवार से हैं। उनकी दादी, सुचित्रा सेन, बंगाली सिनेमा की महानतम अभिनेत्रियों में से एक थीं। उनकी मां, मुनमुन सेन, भी एक प्रसिद्ध अभिनेत्री रही हैं। रिया की बहन रायमा सेन भी फिल्मों में सक्रिय हैं। उनके परिवार का भारतीय सिनेमा और कला के क्षेत्र में गहरा योगदान रहा है।
शिक्षा और पढ़ाई
रिया सेन ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कोलकाता के लॉरेटो हाउस स्कूल से की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान (NIOS) से अपनी पढ़ाई पूरी की।
अपनी स्कूलिंग के बाद, रिया ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) से फैशन डिजाइनिंग में कोर्स किया। उनका झुकाव हमेशा से कला और फैशन की ओर था।
रिया की खासियतें
- बहुत कम उम्र में शुरुआत: रिया ने महज 16 साल की उम्र में मॉडलिंग से अपने करियर की शुरुआत की।
- मल्टी-टैलेंटेड: वह न केवल एक अभिनेत्री हैं बल्कि फैशन डिजाइनिंग में भी गहरी रुचि रखती हैं।
- संपन्न परिवार: रिया के परिवार का इतिहास शाही जमींदारों से जुड़ा है।
फिल्मी सफर
रिया ने 1991 में फिल्म ‘विश्कन्या’ से बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट अपने करियर की शुरुआत की। हालांकि, उन्हें असली पहचान 2001 में आई फिल्म ‘स्टाइल’ से मिली। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में काम किया, लेकिन उनके करियर को ज्यादा सफलता नहीं मिली।
फैशन और सोशल मीडिया पर सक्रिय
फिल्मों से दूरी बनाने के बाद रिया सेन ने फैशन और मॉडलिंग में अपना करियर जारी रखा। वह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं और अक्सर अपने फोटोशूट्स और पर्सनल लाइफ से जुड़ी चीजें शेयर करती हैं।
निष्कर्ष
रिया सेन सिर्फ एक अभिनेत्री ही नहीं, बल्कि एक शाही परिवार से आने वाली प्रतिभाशाली महिला हैं। उन्होंने अभिनय और फैशन के क्षेत्र में अपना नाम बनाया, लेकिन उनकी पढ़ाई और पारिवारिक पृष्ठभूमि ने उनकी पहचान को और खास बना दिया।