Karan Kapoor Birthday : दादा सुपरस्टार, पिता कहलाते थे रोमांस के बादशाह, लेकिन बेटे का 5 फ्लॉप फिल्मों में ही सिमट गया करियर
करण कपूर, शशि कपूर के बेटे और पृथ्वीराज कपूर के पोते, को कपूर खानदान के फिल्मी इतिहास का हिस्सा होने के बावजूद बॉलीवुड में कोई खास सफलता नहीं मिल पाई। करण, जिनका लुक बहुत वेस्टर्न था, को दर्शकों ने पूरी तरह अपनाया नहीं, और उनका करियर सिर्फ 5 फ्लॉप फिल्मों तक ही सिमटकर रह गया।
दादा और पिता की सफलता:
- पृथ्वीराज कपूर (दादा):
पृथ्वीराज कपूर हिंदी सिनेमा के पायनियर माने जाते हैं। उन्होंने भारतीय थिएटर और फिल्मों में अमूल्य योगदान दिया। - शशि कपूर (पिता):
शशि कपूर को रोमांस का बादशाह कहा जाता था। उन्होंने ‘जब जब फूल खिले’, ‘शर्मीली’, और ‘दीवार’ जैसी फिल्मों से खुद को बॉलीवुड के सबसे सफल अभिनेताओं में स्थापित किया।
करण कपूर का संघर्ष:
करण कपूर ने 1980 के दशक में बॉलीवुड में कदम रखा। उनकी मुख्य फिल्में थीं:
- सुल्तानात (1986)
- लोहा (1987)
- आज़ादी के बाद (1987)
- फिल्म हीरो हिंदुस्तानी (1986)
- आंधी-तूफान (1985)
इन फिल्मों में करण कपूर ने अभिनय किया, लेकिन ये सभी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर असफल रहीं। उनकी वेस्टर्न पर्सनालिटी और विदेशी अंदाज उस समय के दर्शकों के साथ मेल नहीं खा सके।
करण कपूर की पहचान:
करण कपूर को उनकी फिल्मों से ज्यादा लक्स साबुन के विज्ञापनों के लिए याद किया जाता है। उनकी फोटोशूट और मॉडलिंग ने उन्हें एक अलग पहचान दिलाई।
फिल्मों के बाद का सफर:
फिल्मों में असफल होने के बाद करण कपूर ने फोटोग्राफी को करियर के रूप में चुना। वह आज एक अवार्ड-विनिंग फोटोग्राफर हैं और उनकी तस्वीरें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराही जाती हैं।
निष्कर्ष:
करण कपूर का फिल्मी करियर भले ही सफल न रहा हो, लेकिन उन्होंने अपने दूसरे जुनून, फोटोग्राफी में खुद को साबित किया। यह दिखाता है कि असफलता के बावजूद अपनी राह बदलकर जीवन में नई ऊंचाइयों को छुआ जा सकता है।